tag:blogger.com,1999:blog-2000920634935719364.post2550404397292167304..comments2023-06-18T16:05:52.426+05:30Comments on संवेग: संवेदनहीनताबलविंदरhttp://www.blogger.com/profile/01868160514388255758noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-2000920634935719364.post-87402861437699619662010-07-23T08:01:05.114+05:302010-07-23T08:01:05.114+05:30फिल्मों में दृश्य देख कर रोया जा सकता है ...मगर अन...फिल्मों में दृश्य देख कर रोया जा सकता है ...मगर अनजाने ही वास्तविक जीवन में हम सब कठोर हो जाते हैं ...<br />बढती हिंसा , भ्रष्टाचार , अनैतिकता हमें संवेदनहीन बनाती जा रही है ..गनीमत है कि अभी तक कुछ लोग इसके बारे में सोचते तो हैं ...!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.com